भदोही : भदोही लोगों की सहूलियत के लिए डाक विभाग ‘बाल आधार सेवा’ चला रही है। और यह सेवा लगभग हर डाकघर से लेकर शाखा डाकघरों पर उपलब्ध है। डाकिया भी आधार बना रहे हैं। जिन्हें 0 यानी नवजात से लेकर 5 साल तक के बच्चों का आधार बनाने के लिए अधिकृत किया गया है। छोटे बच्चों का आधार बनाने का कोई शुल्क देय नही है। लेकिन सरकारी तंत्र से जुड़े पोस्टमैन इस अधिकार को कमाई का बड़ा जरिया बना बैठे हैं। मामला यूपी के भदोही जिले से है, जहां कोइरौना पोस्ट ऑफिस से जुड़े शाखा डाकघर बारीपुर के पोस्टमैन का कारनामा तो अजीबोगरीब है। जानकारी के मुताबिक इन्हें शाखा डाकघर पर बच्चों के आधार बनाने होते हैं। इसके अलावा चिट्ठी-पत्री एवं खाता आदि से जुड़ा काम भी करना होता है। लेकिन महोदय तो जनपद पार कर प्रयागराज के भीटी में संचालित एक आधार सेंटर पर बैठकर बाल आधार जनरेट करते हैं। जहां लंबी लाइने भी लगती हैं, वहां सेंटर संचालकों से मिलीभगत कर यह लूट मचाये हुए हैं। आधार बनाने के सौ-पचास नही बल्कि ढाई सौ से चार सौ रुपये भी वसूलते हैं। भदोही के पोस्टमैन भीटी, प्रयागराज के आधार सेंटर पर आधार बनाते नजर आ रहे हैं। यही नही, एक आधार कार्ड बनाने का रेट पूंछने पर कहा कि बाहर बनवाने पर 250 रुपये लगेगा, और जिस सेंटर पर वह हैं, वहां 300 रुपये लगेगा मोजुद जागरूक नागरिक ने विडियो बना लिया तो फोनकॉल पर धड़ल्ले से यह भी कह रहे हैं कि उनका और उनके विभाग का उस सेंटर से टाई-अप है। उन्हें वहां पैसा मिलता है। वह रोज 1 से 2 घण्टे वहां दोपहर में जाते हैं। आरोप है कि भीटी स्थित जिस सेंटर पर बैठकर वह लगभग हररोज आधार बनाते हैं, वहां फर्जी पोर्टल के जरिये खड़े-खड़े फेक जन्म व मृत्य प्रमाण भी बना दिया जाता है। और उसी फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट पर बारीपुर के पोस्टमैन आधार जनरेट करते हैं। गुरुवार शाम को छानबीन में यह तथ्य भी सामने आया कि एक छोटी बच्ची के स्वास्थ्य विभाग की एएनएम द्वारा बनाये गए जन्म प्रमाण पत्र जिसपर 6 साल (2019) उम्र बता रही थी। तुरंत फर्जी जन्म प्रमाण में साल 2020 कर 5 साल के अंदर कराकर पोस्टमैन द्वारा आधार बना दिया गया। जिसके एवज में 650 रुपये लिए गए। इस बात को बच्ची के परिजन स्वीकार भी कर रहे हैं। बातचीत में पोस्टमैन भी यह स्वीकार कर रहे हैं कि हाँ, वहां जन्म प्रमाण पत्र तुरंत बनता है, वह भी अपने बच्चों का पहले बनवा चुके हैं।
अब सवाल है कि जब सरकार ने नए बाल आधार कार्ड बनाने पर कोई शुल्क नही लगाया है, तो पोस्टमैन खुलेआम 250 से 300 रुपये क्यों वसूल रहे हैं, जिसे वह अपनी जुबान से भी बोल रहे हैं। सवाल यह भी है कि उन्हें शाखा डाकघर पर आधार व अन्य सेवा देनी है, तो वह दूसरे आधार सेंटर पर जाकर क्यों बना रहे हैं, और उनके द्वारा भी रुपये ले रहे हैं। सवाल यह भी बड़ा है कि अगर जन्म प्रमाण पत्र उक्त सेंटर से फर्जी तरीके से बन रहा है, तो उसी सर्टिफिकेट पर आधार जनरेट करना बड़ा फ्रॉड नही है? साथ ही भदोही जिले के पोस्टमैन का प्रयागराज जिले के निजी आधार सेंटर पर टाईअप जैसी बात करना, यह क्या है? पिछले समय में बनाये गए इनके आधार कार्ड की जांच करने सेंटर की सीसीटीवी फुटेज व स्थानीय लोगों से छानबीन की जाए, तो और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं। बता दें पोस्टमैन के सेंटर पर आधार नही बनाने से क्षेत्रीय लोगों को इधर-परेशान भी होना पड़ता है। वहीं इस मामले में निरीक्षक डाकघर दिलीप कुमार पांडेय ने कहा कि करप्शन विल्कुल बर्दाश्त नही है। लोग शिकायत करेंगें या अगर इस तरह के मामले सामने आएंगे, तो जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।