राजधानी वासियों के लिए काल बनकर दौड़ रही नगर निगम की बेकाबू गाड़ियां
लखनऊ : राजधानी लखनऊ में बेतहाशा दौड़ते हुए नगर निगम की गाड़ियां सड़क पर दुर्घटनाओं का कारण बनती जा रही हैं। दुर्घटना के बाद नगर निगम अपने गाड़ी ड्राइवर पर नकेल कसने की बजाय उनको घटनाओं को पुनः अंजाम देने का सर्टिफिकेट देती हुई नजर आती है। ताजा घटनाक्रम के अनुसार बीती रात विकास नगर थाना अंतर्गत विनोद कुमार मिश्रा अपनी फोर व्हीलर नंबर अप 32GB 44 04 से जा रहे थे। तभी रास्ते में मेकअप स्टूडियो सेक्टर 8 के सामने कूड़ा डंपर नंबर up 32 EG 3484 ने जोरदार टक्कर मार दी सड़क पर दुर्घटना होते ही आसपास चल रहे। राहगीरों का जमावड़ा लग गया कूड़ा गाड़ी डंपर चालक गौतम यादव गौतम यादव ने अपनी गलती मानते हुए गाड़ी को ठीक करवाने के लिए कह दिया मामला शांत हो गया। लेकिन तभी नगर निगम से यूनियन के नेताओं के द्वारा इस मामले को रंग देते हुए। पीड़ित पर ही दबाव बनाना शुरू कर दिया प्रार्थी के अनुसार विकास नगर पुलिस थाने पर भारी संख्या में नगर निगम कर्मचारी ने थाने को घेर कर पुलिस प्रशासन और पीड़ित पक्ष के साथ आए हुए।
व्यक्तियों के विरुद्ध उनको पीटने की योजना बनाने लगे जब इसकी सूचना पुलिस थाने पर पहुंची। तो एसीपी अधिकारी ने मोर्चा संभाला इस सारे घटनाक्रम में पत्रकार धर्मेंद्र तिवारी जो घटना के समय उपलब्ध थे। उनको भी अभियुक्तों की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया और गौरतलब यह है कि नगर निगम कर्मचारी पीड़ित पक्ष पत्रकार के साथ-साथ अपर नगर आयुक्त ललित कुमार भी अपने विभाग के ड्राइवर का पक्ष लेते हुए। पुलिस पर मुकदमा दर्ज करवाने का दबाव बनाने लगे स्थित की गंभीरता को समझते हुए। पुलिस ने दोनों पक्षों का मुकदमा लिख लिया सोचनी विषय यह है कि यदि इस घटना में अधिकारी संयम से काम लेते हुए। दोनों पक्षों की बात सुनकर न्याय की बात करते तो शायद भविष्य में इन गाड़ियों को चलाने वाले ड्राइवरों के हौसले बुलंद नहीं होते और राजधानी वशी सड़क पर अपने आप को सुरक्षित समझते।