सुल्तानपुर : मनरेगा में भ्रष्टाचार पर नियंत्रण नहीं लग पा रहा है। स्थिति यह है कि ऑनलाइन डाटाबेस /मास्टररोल पर 27 मजदूर काम कर रहे हैं लेकिन कार्यस्थल पर कोई नहीं दिखता। सोमवार दिनांक 14 /10/2024 को कुड़वार ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम सभा शनिचरा मे प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में आंगनवाड़ी केंद्र का निर्माण कार्य चल रहा है। तीन मास्टर रोल पर 27 मजदूरों को उपस्थित दिखाया जा रहा है। स्थानीय नागरिकों की शिकायत पर जब कार्यस्थल पर पहुंचा गया तो मौके पर कोई श्रमिक नहीं मिला। वहीं ग्राम प्रधान से बात करने पर उन्होंने बताया कि 100 दिन की मजदूरी पूरी होनी है इसलिए इन लोगों की हाजिरी लगा दी गई है। इसकी मुझे कोई अतिरिक्त मजदूरी नहीं मिलेगी। तत्पश्चात प्रधान द्वारा स्वयं किसी के पास फोन लगाकर कहा गया कि लीजिए मेरे सचिव से बात कीजिए सचिव बने व्यक्ति से बात करने पर पता चला कि किसी पुरुष से बात हो रही है जबकि शनिचरा ग्राम पंचायत की सचिव प्रिया सिंह है जो की महिला है। ग्राम पंचायत सचिव बने व्यक्ति से बात करने पर उन्होंने कहा की जिस समय आप पहुंचे हैं। मजदूर छुट्टी पर रहते हैं, मजदूरों का कार्य करने का समय सुबह 7 बजे से 10 बजे और शाम 3 बजे से 6 बजे का है। जबकि सचिव बने व्यक्ति द्वारा बताए गए टाइम के अनुसार भी न पहले मीटिंग न दूसरी मीटिंग कोई भी मजदूर काम पर नहीं पहुंचा था। जिसका साक्ष्य उपलब्ध है। शनिचरा ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत सचिव बने व्यक्ति की बातों से यह स्पष्ट होता है कि कई विभागीय लोगों की मिली भगत से भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है तथा सरकारी धन का बंदरबाँट किया जा रहा है। गरीब मजदूरों के हक को मारा जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बताया गया कि किसी भी कार्य के लिए यदि कोई भी व्यक्ति अपने ग्राम पंचायत के सचिव से बात करना चाहे तो यही व्यक्ति बात करता है। पंचायत सचिव का फोन इन्हीं महोदय के पास रहता है। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि साक्ष्य उपलब्ध होने तथा भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद भी संबंधित अधिकारियों द्वारा क्या कार्यवाही की जाती है। इसी तरीके से मिलकर भ्रष्टाचार को आगे बढ़ाते हुए। ईमानदार सरकार की छवि धूमिल की जाती रहेगी।
