महोबा : जिलाधिकारी मृदुल चौधरी की अध्यक्षता में कानून व्यवस्था एवं अभियोजन की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
बैठक में जिलाधिकारी नें जनपदीय पुलिस के राजपत्रित अधिकारियों, थाना, शाखा प्रभारियों के साथ अभियोजन अधिकारियों से अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी पैरवी के सम्बन्ध में विभिन्न निर्देशों की समीक्षा की तथा महिला व बच्चों से जुड़ी शिकायतों पर अत्यंत गंभीरता बरतने व अपहृताओं की बरामदगी जल्द करने के लिए निर्देश दिये, इसके साथ ही जनपद में घटित घटनाओं एवं लंबित विवेचनाओं की समीक्षा करते हुए गुण-दोष के आधार पर शीघ्र निस्तारण करने तथा वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया तथा शातिर अभ्यस्त अपराधियों को चिन्हित कर उनकी हिस्ट्रीशीट खोलने, गुंडा एक्ट, गैंगस्टर एक्ट एवं गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 (1) के अंतर्गत संपत्ति जब्तीकरण की कार्यवाही की समीक्षा की। उन्होंने जनशिकायतों की त्वरित व निष्पक्ष जांच कर विधिक निस्तारण सुनिश्चित करने, अवैध शराब एवं जुआ के विरूद्ध निरंतर अभियान चलाकर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित करने, पीआरवी वाहनों की रैंडम चेकिंग कर उनकी सतर्कता का निरीक्षण करने आदि के संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने आईजीआरएस से प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्रों का समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने एवं आईजीआरएस के आवेदकों से स्वयं वार्ता करके फीडबैक लेने के निर्देश दिये। बैठक में पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल, अपर पुलिस अधीक्षक वंदना सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राम प्रकाश, उपजिलाधिकारी चरखारी प्रदीप कुमार, उपजिलाधिकारी कुलपहाड़ अनुराग प्रसाद, क्षेत्राधिकारी सदर दीपक दुबे, क्षेत्राधिकारी कुलपहाड़ हर्षिता गंगवार, क्षेत्राधिकारी चरखारी, ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी सहित अभियोजन के अधिकारी तथा समस्त शाखाओं के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थिति रहे।