पश्चिम बंगाल में तीसरे चरण के मतदान के बीच मंगलवार को उलुबेरिया में एक टीएमसी नेता के घर से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वीवीपीएटी स्लिप बरामद की गई। समाचार एजेंसी एएनआई ने चुनाव आयोग के हवाले से कहा कि सेक्टर अधिकारी तपन सरकार ईवीएम और वीवीपीएटी के लिए टीएमसी नेता के घर गए थे। मामला सामने आने के बाद, सेक्टर अधिकारी को आयोग ने निलंबित कर दिया है और ईवीएम मशीनों को मतदान प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया है। हावड़ा की उलुबेरिया उत्तर सीट के सेक्टर 17 के सेक्टर अधिकारी के रूप में तैनात तपन सरकार, ईवीएम और वीवीपीएटी के साथ अपने रिश्तेदार के घर गए थे, जो टीएमसी के नेता भी हैं।
जानकारी के मुताबिक, तपन सरकार रात में टीएमसी नेता के घर पर सोई थी। आयोग ने तपन सरकार की इस कार्रवाई को दिशानिर्देशों का घोर उल्लंघन करार दिया है। मामला सामने आने के बाद आयोग ने तपन सरकार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और उन्हें और भी अधिक सजा हो सकती है।
आपको बता दें कि 1 अप्रैल को होने वाले पश्चिम बंगाल और असम में दूसरे चरण के मतदान से पहले विवाद हुआ था। दरअसल, ईवीएम असम के करीमगंज में एक बीजेपी उम्मीदवार की कार में मिली थी, जिसे वोट के बाद स्ट्रांगरूम में ले जाया जा रहा था। इसका वीडियो सामने आने के बाद, आयोग ने चुनाव प्रक्रिया से जुड़े 4 अधिकारियों को निलंबित कर दिया, जो इसके लिए जिम्मेदार थे।
पश्चिम बंगाल में तीसरे दौर की 31 सीटों पर मतदान हो रहा है। ये सीटें हावड़ा, हुगली और दक्षिण 24 परगना की हैं। चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सेक्टर अधिकारी टीएमसी नेता के घर सोने के लिए गए थे, जो उनके रिश्तेदार लगते हैं। उनके साथ ईवीएम और वीवीपीएटी थे। टीएमसी नेता के घर पर ईवीएम मिलने के बाद ग्रामीण घर के बाहर जमा हो गए और प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को हटाया और स्थिति को नियंत्रण में किया।