महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के कारण अब बेकाबू हालात हो गए हैं और राज्य पर लॉकडाउन की तलवार लटकी है. बीते दिन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य की कोविड टास्क फोर्स के साथ बैठक की, जिसमे लॉकडाउन से लेकर अन्य मसलों पर बात हुई. इसी बैठक में राज्य में तेज़ी से अस्पतालों में भरते जा रहे बेड्स को लेकर चिंता व्यक्त की.
बैठक में राज्य के स्वास्थ्य सचिव ने जानकारी दी कि 20250 ICU बेड्स में से लगभग 75 फीसदी बेड्स भर चुके हैं, जबकि 67000 ऑक्सीजन बेड्स में से 40 फीसदी बेड्स भर चुके हैं. करीब 11 से 12 जिले ऐसे हैं, जहां पर बेड्स ही नहीं बचे हैं. हालात ये हैं कि नंदूरबार में रेलवे बोगी में आईसोलेशन बेड्स तैयार किए गए हैं.
ऐसे में ज़रूरत है कि इस बारे में लोगों को जानकारी दी जाए. सोसाइटी में सेपरेशन रूम, ऑक्सीजन की सुविधाओं को बढ़ाने की जरूरत है. साथ ही डॉक्टरों को सभी बेड्स का संचालन वॉर रूम से करना चाहिए. ताजा हालात के मुताबिक, युवा मरीजों को भी वेंटिलेटर की ज़रूरत पड़ रही है, ऐसे में उस हिसाब से ही प्लानिंग करनी होगी.
प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी ना हो, ऐसे में ज़रूरत के हिसाब से ही इस्तेमाल करना होगा. स्वास्थ्यकर्मियों की कमी को देखते हुए आयुष डॉक्टर्स, मेडिकल स्टूडेंट का इस्तेमाल सही तरीके से करना होगा. ऐसे में ताज़ा हालात को लेकर मंथन किया गया कि करीब 95 फीसदी मरीज़ ऐसे हैं, जिनका उनके घर पर ही सही तरीके से इलाज किया जा सकता है. ऐसे में जो मरीज़ ज्यादा गंभीर है, उसे ही अस्पताल लाने की जरूरत होगी.